आज शशि अपना जीवन सुख से गुजार रही है। आज शशि अपना जीवन सुख से गुजार रही है।
मोहिनी का काम के तनाव से और भाभी के रुप में माँ जो मिल गई उसे। मोहिनी का काम के तनाव से और भाभी के रुप में माँ जो मिल गई उसे।
जाने वाले दिन रितु अपनी मां के साथ ऐसे चिपक कर बैठी हुई थी। जाने वाले दिन रितु अपनी मां के साथ ऐसे चिपक कर बैठी हुई थी।
उसका गम छिपाकर भी चुप हैं क्योंकि वह फिर एक मां को दुखी नहीं करना चाहती। उसका गम छिपाकर भी चुप हैं क्योंकि वह फिर एक मां को दुखी नहीं करना चाहती।
युवा पीढ़ी तो मोबाइल हाथ में लेकर घंटों कहीं भी गुज़ार सकती है, ऐसा वो कहते थे। युवा पीढ़ी तो मोबाइल हाथ में लेकर घंटों कहीं भी गुज़ार सकती है, ऐसा वो कहते थे।
दो भाई के बीच संवाद, जिसके जरिये सास-बहु के रिश्ते, बहुओं का पारम्परिक ससुराल में रहन सहन और उन पर ह... दो भाई के बीच संवाद, जिसके जरिये सास-बहु के रिश्ते, बहुओं का पारम्परिक ससुराल मे...